Suspected Poems is new poetry collection of Gulzar released by Penguin Vikings. The book is fourth in collaboration with Pavan K Varma, who has done the English translations of the poems.
The featured poems carry a political tone, where one can see the satirical & angry side of Gulzar unlike his previous collections. sample this :
सत्तर साल हुए हैं, मैं इस ट्रैफिक जाम में फंसा हुआ हूँ
न्यू देहली की पार्लियामेंट रोड पे होड़ लगी है
दाएं तरफ की एक कतार में धक्कम पेल लगी है कब से
बाएं तरफ कुछ और कतारें उलझ गई हैं
देखो तो बन्दे पर बन्दा चढ़ा हुआ है
सीटें बाँट रहा है कोई, कुर्सियां खींच रहा है
ना आगे बढ़ता है कोई, ना पीछे हटता है
ट्रैफिक जाम में फंसा हुआ हूँ
सत्तर साल हुए हैं
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